नाले की गंद vs केचुआ खाद
खाद के नाम पर खाद ही ले नाले के गंद नहीं । बाज़ार में जैविक खाद के नाम पर दुकान दार सेवेज सेलरी अर्थात नाले की गंद को पैक करके बेच रहे हैं। हमने आपने साथियों के साथ एक सर्वे किया जिस्म पता लगा कि ये जो जैविक खाद है वह दुकानदारों को 150rs / 40 kg में पड़ता है। जिसमे की सारे कर,उत्पाद खर्चा, लेबर , भड़ा आदि सम्मिलित है। और दुकान दार इसे अच्छे मुनाफे के साथ 300rs/40kg पर निकाल रहे। साधाणतया देखा जाए तो सभी करो को निकाल कर जैविक खाद ( सीवेज सैलेरी) की कीमत 3 /kg पड़ती है। जो की मिट्टी के भाव से भी कम है। सोचने के बात है 🤔🤔🤔🤔🤔🤔🤔 कि किसान यदि पुराना खाद (गोबर खाद ) लेने जाए तो 5 rs/kg आता है। फिर इसमें अन्य क्रिया जैसे सफाई लादाई लेबर केचुआ आदि डालने के बाद इसकी प्रोडक्शन मूल्य 10/kg आता है । तब किसान को समजने की बात है कि जैविक खाद के नाम पर नाले के गंद ना ले यह ना केवल खेती को खराब करता है बल्कि किसान मित्र कीटो को भी मारता है। दीमक जैसे फसल नासक कीटो आदि को बढ़ावा देती हैं। इसलिए फैसला आपके हाथ है आप नाले की गंद खाद के दाम खरीदे या खाद के दाम पर खाद खरीदे फैसला आपक...